ईद मुबारक शायरी MSG शुभकामनाए
ईद आई तुम न आए क्या मज़ा है ईद का, ईद ही तो नाम है इक दूसरे की दीद का!.
देखा ईद का चाँद तो मांगी ये दुआ रब से, देदे तेरा साथ ईद का तोहफा समझ कर। ईद मुबारक।.
ईद का त्यौहार आया है खुशियां अपने संग लाया है खुदा ने दुनिया को महकाया है. देखो फिर से ईद का त्यौहार आया है आप सभी को दिल से ईद मुबारक...
कोई इस चाँद से तो पूछे उसका मजहब क्या है । कल ईद पे हंस रहा था आज तीज पे मुस्करा रहा है ।.
बादल से बादल मिलते है तो बारिश होती है, दोस्त से दोस्त मिलते है तो ईद होती है। ईद मुबारक।
उधर से चाँद तुम देखो, इधर से चाँद हम देखे, निगाहें इस तरह टकराएं की दो दिलों की ईद हो जाएँ। ईद मुबारक
चाँद निकला तो मैं लोगों से लिपट लिपट कर रोया, ग़म के आंसू थे जो खुशियों के बहाने निकले। ईद मुबारक।
सूरज की किरणें तारों की बहार चाँद की चाँदनी अपनों का प्यार हर घड़ी हो ख़ुशहाल उसी तरह मुबारक हो आपको ईद का त्योंहार । ईद मुबारक।
ये सुबह जितनी खूबसूरत है, उतना ही खूबसूरत आपका हर एक पल हो जितनी भी खुशियाँ आपके पास आज हैं, उससे भी ज्यादा वो आपके पास कल हों । ईद मुबारक।
इन ताज़ी हवाओं में फूलों की महक हो पहली किरण में पंछियों की चहक हो जब भी खोलो आप अपनी पलकें उन पलकों में बस खुशियों की झलक हो । ईद मुबारक।
तू मेरी दुआओं में शामिल है इस तरह, फूलों में होती है खुशबु जिस तरह। अल्लाह तुम्हारी जिंदगी में इतनी खुशियाँ दे, ज़मीन पर होती है बारिश जिस तरह । ईद मुबारक।